
फोलियो गोल्ड क्या है?
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फोलियो गोल्ड एक अंतरप्रवाही (प्रणालीगत/SYSTEMIC) एवं स्पर्शीय (CONTACT) फफूंदीनाशक है.
इसमें मेटालेक्सिल एम् ३.३ % और क्लोरोथेलोनिल ३३.१ % एस सी ऐसे दो सक्रिय तत्व है.
इसका उपयोग
- आलू की विलंबित अंगमारी तथा
- टमाटर की अगेती और विलंबित अंगमारी
के रोकथाम के लिए किया जाता है. इसका उपयोग मिर्च, चावल और जीरे में आनेवाले अंगमारी के नियंत्रण हेतु भी किया जा सकता है.
फोलियो गोल्ड का प्रयोग प्रतिबंधक या रोगनिवारक, दोनों तरीकोंसे किया जा सकता है.
नमी का प्रमाण अधिक होनेपर तथा कोहरा होने पर अंगमारी हो सकती है. इस आशंका के चलते प्रतिबंधक प्रयोग करे. अगर पत्तों पर जलने के निशान दिखाई दे तो छिडकाव करने के लिए २ मिली प्रति लिटर के औसत से घोल बनाए. १५ लिटर के लिए ३० मिली और २०० लिटर के लिए ४०० मिली दवा का इस्तेमाल करे. १२ से १५ दिनों के बाद छिडकाव दुबारा करे.
फोलियो गोल्ड पानी में बनाया गया घना घोल (Suspension Concentrate) है. इसमें सोल्वंट ना होने से पर्यावरण तथा मधुमक्खीयों के लिए सेफ है.
मेटालेक्सिल एम् Metalaxyl M: मेटालेक्सिल एम् फफूंद के रेशोंमें आर एन ए घटक के निर्माण में रोख लगता है, जिससे फफूंद की गतिविधियोंमें सम्पूर्ण बाधा निर्माण होती है. मेटालेक्सिल एम् यह घटक सामान्य मेटालेक्सिल से अधिक प्रभावी रेनुकीय प्रारूप है. यह घटक प्रणालीगत है
क्लोरोथेलोनिल ३३.१ % Chlorothalonil 33.1% SC: यह के स्पर्शीय तत्व है जो फफूंद, जीवाणु, मकड़ी के खिलाफ काम करता है.
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