
कृषि रसायनों का गोलमाल, झोलझपाटा!
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दुनियाभर में कृषि रसायनों का मार्किट अब 199 खरब रुपये तक पहुच रहा है? बढती आबादी के साथ, भोजन कि मांग बढ रही है और कृषी रसायनोंकी मांग भी! कृषी रसायनो में कीटनाशक, शाकनाशी, कवकनाशी, वृद्धी नियंत्रक, उर्वरक आदी का समावेश होता है. इन कृषि रसायनों का उपयोग नियमित कृषी साथसाथ, बाग बगीचोमे भी होता है.
नकली उत्पादों के लिए मौका: एग्रोकेमिकल निर्माण मे बडे बडे कारखाने, इंधन, रसायनों कि जरूरत होती है. लागत बडी होती है. इतने बड़े लागत से बने केमिकल साधारणसे और छोटे छोटे पैकेजेस में पैक कर, हर गाव के गल्ली-नुक्कड़ों तक पहुचाने पड़ते है. डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और लोकल नुमैंदो की मदत लेनी पडती है. जो जालसाज लोग होते है, उनको नकली दवाए बनाने के लिए किसी फेक्ट्री की जरूरत नही होती. उन्हें सिर्फ पैकेजिंग करना है और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क से जुडकर नकली उत्पाद बेचना है. कम लागत और ढेर सारा मुनाफा कमाने का अवसर उपलब्ध हो जाता है. मुनाफा ज्यादा होने से नेटवर्क में अधिक हिस्सेदारी दियी जाती है. इसीलिये जालसाज इस क्षेत्र मे पैसा ऐठ्ने का मौका खोज लेते है. बेइमान उत्पादक, वितरक, अधिकारी और नेताओका एक पुरा नेटवर्क आपके नुक्कड के दुकान से लेकर दुनियाभर में फैला हुआ है. यह बेईमानी का धंदा सिर्फ किसानों के लिए नहीं बल्कि खाना खानेवाले हर व्यक्ति के लिए एक खतरा बन चुका है.
नकली कृषिरसायनों के तिन-चार प्रकार होते है.
- घटिया उत्पाद: इसमें दूषित सामुग्री होती है. सक्रिय तत्व होते ही नही.
- अवैध उत्पाद: इसमें अनधिकृत या प्रतिबंधित रासायनिक सामुग्री होती है.
- एक्स्पायर्ड उत्पाद: वैध कालावधि खत्म होने के बाद,बैच कोड और तारीखे बदले हुए उत्पाद.
- नकली उत्पाद: जानेमाने उत्पादोंकी नकली प्रतियां
औसत समझ वाले किसानों के लिए असली और नकली में अंतर करना लगभग नाम्मकिन है. देश-विदेश की सारे नामचीन उत्पादक इस समस्यासे झुज रहे है. कुछ उत्पादकों ने अपने असली उत्पादों के साथ साथ नकली उत्पादनों को बेचना भी शुरू कर दिया है. अमेरिका, यूरोप में २५ प्रतिशत कृषि रसायन नकली पाए जाते है. भारत जैसे देशों में ६० प्रतिशत से अधिक उत्पादन नकली के श्रेणी में आते है.
क्या सरकारे सोयी हुई है?
हर साल अवैध कृषि रसायनों को बरामद करने की खबरे छपती रहेती है. बहोत ही थोड़ा माल इस तरह बाजार से निकाला जाता है. एग्रोकेमिकल्स के अवैध उत्पादन से लड़ना बेहद मुश्किल है क्योंकि ये ऑपरेशन आपराधिक गिरोहों द्वारा चलाए जा रहे हैं। एक दुसरे से जुड़े यह लोग कानून को गुमराह करने में असरदार होते है. इन उत्पादों के अवैध व्यापार को कम करने में बहुत कम प्रगति हुई है। ऐसे अवसरों पर जब नकली एग्रोकेमिकल्स की खोज की जाती है, उत्पाद को जब्त कर लिया जाता है, और अपराधियों को खुला छोड़ दिया जाता है.
कृषि रसायन निर्माताओं के लिए राजस्व हानि के अलावा, किसानों द्वारा कृषि रसायनों की भत्सना करना, विश्वास कम होंने जैसे परिणामों का भी सामना करना पड़ता है.
कृषि रसायनों का गोलमाल, झोलझपाटे से बचने का सबसे अच्छा पर्याय है के किसान जानकार बने. रसायन खरीदते समय रसायन का नाम, बैच नम्बर, विक्रेता का लाइसेंस नम्बर जाच कर पक्की रसीद ले. उत्पादक कमपनिया अक्सर होलोग्राम, टेम्पर प्रूप सीलिंग, अनोखे पैकेजिंग के तरीकों के मदत से अपने उत्पादन के नकल को फेल करने की कोशिष करती है. किसानों को इन बातोंका भी अभ्यास करना चाहिए.
सन्दर्भ:
(1) एग्रोकेमिकल्स मार्केट बाय टाइप - ग्लोबल ट्रेंड्स एंड फोरकास्ट टू 2020, http://www.marketsandmarkets.com/MarketReports/global-agro-chemicals-market-report-132.html
(2) मारिया क्रिस्टोडोलू, यूरोपीय आयोग 2015 के लिए यूरोपीय संघ में अवैध और नकली कीटनाशकों के व्यापार पर तदर्थ अध्ययन।
(3) आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी), गायर और डेवरेक्स, 2012।