Soil testing kit
फसल मे जिंक क्या क्या काम करता है?

फसल मे जिंक क्या क्या काम करता है?

जिंक पौधों के जीवन चक्र के हर चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी उपस्थिति पौधों की वृद्धि, विकास, और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को सुनिश्चित करती है। आइए, पौधों में जिंक के कुछ प्रमुख कार्यों का विस्तृत विवरण देखें:

एंजाइम सक्रियण और जैव रासायनिक प्रतिक्रियाएं

जिंक एक महत्वपूर्ण सह-कारक के रूप में 300 से अधिक एंजाइमों को सक्रिय करता है। ये एंजाइम पौधों में होने वाली विभिन्न जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं जैसे कार्बोहाइड्रेट चयापचय, प्रोटीन संश्लेषण और ऑक्सीकरण-अपचयन प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं।

प्रकाश संश्लेषण और क्लोरोफिल उत्पादन

जिंक क्लोरोफिल के जैवसंश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्लोरोफिल, पौधों का हरा वर्णक, प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है। जिंक की कमी से क्लोरोफिल उत्पादन में कमी आती है, जिससे पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और पौधों की प्रकाश संश्लेषण क्षमता प्रभावित होती है।

प्रोटीन संश्लेषण और वृद्धि नियमन

जिंक राइबोसोम के निर्माण और स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देता है, जो प्रोटीन संश्लेषण के केंद्र होते हैं। इसके अलावा, जिंक ट्रिप्टोफैन अमीनो एसिड के संश्लेषण में मदद करता है, जो वृद्धि हार्मोन ऑक्सिन का अग्रदूत है। ऑक्सिन कोशिका बढ़ाव, तने की वृद्धि, और जड़ विकास को नियंत्रित करता है।
functions of zinc in plants

कार्बोहाइड्रेट चयापचय

जिंक स्टार्च के निर्माण और शर्करा में उसके परिवर्तन में शामिल होता है। यह पौधों के लिए ऊर्जा के भंडारण और उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कोशिका झिल्ली संरचना और अखंडता

जिंक कोशिका झिल्लियों की संरचनात्मक अखंडता को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे उन्हें ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाया जा सकता है। यह कोशिकाओं के भीतर आयनों के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है।

पराग उत्पादन और प्रजनन

जिंक पराग कणों के विकास, परिपक्वता और व्यवहार्यता के लिए आवश्यक है। यह सफल परागण और फल निर्माण सुनिश्चित करता है।

तनाव सहनशीलता

जिंक पौधों को सूखे, लवणता, अत्यधिक तापमान और भारी धातु विषाक्तता जैसे अजैविक तनावों से बचाने में मदद करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट एंजाइमों को सक्रिय करके और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके ऐसा करता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता

जिंक पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह रोगजनकों के हमले के खिलाफ रक्षा तंत्र को सक्रिय करता है और रोग के प्रसार को रोकने में मदद करता है।

बीज विकास और अंकुरण

जिंक बीजों के विकास, परिपक्वता और अंकुरण के लिए आवश्यक है। यह बीजों में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन के संचय को बढ़ावा देता है, जिससे अंकुरण और प्रारंभिक विकास में सुधार होता है।

पौधों के हार्मोन का संश्लेषण

जिंक ऑक्सिन, जिबरेलिन और एथिलीन जैसे महत्वपूर्ण पौधों के हार्मोन के संश्लेषण में शामिल होता है। ये हार्मोन पौधों की वृद्धि, विकास और विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।
problem in zinc uptake in plants

इस प्रकार, जिंक पौधों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है। इसकी कमी से पौधों की वृद्धि और विकास प्रभावित होता है, जिससे फसल की पैदावार में कमी आती है। इसलिए, जिंक उर्वरकों का संतुलित उपयोग पौधों के स्वास्थ्य और कृषि उत्पादकता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

इस लेख को यहा तक पढ़ने के लिए हम अन्नदाता के आभारी है। हम भारतीय किसानों को जानकारी देकर, जागृत करते हुए उन्हे एकजुट करना चाहते है। क्या ऐसे लेख पढ़कर आप हमसे जुड़े रहना चाहते हो? हमारे WhatsApp और YouTube चैनलों से अवश्य जुड़े। 

डिसक्लेमर: हम सही और अप टू डेट  जानकारी प्रदान करने की कोशिश करते हैं, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर इस जानकारी को अवश्य जाचे और प्रयोगशील बनकर उपयोग करे। आपके निरीक्षण आप कमेन्ट मे लिखे ताकि सभी किसानों को लाभ हो। 

Back to blog

Join Our WhatsApp Channel

Stay updated with our latest News, Content and Offers.

Join Our WhatsApp Channel
akarsh me
cow ghee price
itchgard price

Protect Your Crops from Pesky Birds!

Introducing the Solar Bird Repellent with Light and Sound effect as Farmer's Best Friend!

Learn More Now!