
तय गठजोड़ गेहू की भविष्यवाणी क्यों नहीं बढ़ाते?
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नमस्कार किसान भाईयो, कृषि रीसेट करें के इस लेख में आपका स्वागत है। गेहू की बुवाई ताबड़ तोड़ हो रही है। पिछले साल के होश से इस साल गेहू का एरिया बढ़ रहा है। कृषि मंत्रालय द्वारा दिए गए अकडों नुसार में 29 2022 से 54 हज़ार हेक्टर पर गेहू की बुवाई हो चुकी है जो पिछले साल की तुलना में 59 प्रतिशत अधिक है। इसमें मुख्य एकेडे उत्तरप्रदेश, उतराखंड, राजस्थान और जम्मू कश्मीर से है।
यह तो सिर्फ शुरुआत है, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, गोवा, अभी हिमाचल, जम्मू, महाराष्ट्र, छतीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, आसाम, कर्नाटक के एक दिन बाकी हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल की बुवाई 4.2 करोड़ हेक्टर तक पहुचेंगी जो रेकॉर्ड ब्रेक हो सकता है।
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इसके आलावा, तेल और दालों के भाव बढ़ने से और दुनिया पर मंदराते महायुद्ध के खतरों से दलहन और तिलहन का बुवाई भी रेकॉर्ड ब्रेक होने वाला है।
एक तरफ जहां बुकी के क्षेत्र में बताशा साझा हो रहा है, रसायनों के पर्दाफाश के लिए सरकार झूज रही है। खादों के दाम बढ़ रहे हैं।
ऐसे में पकना, दिखाना और मिलावटी जमा बेचना हमारे भाई बंद हमारे थाली में छेड़ कर रहे हैं। हमेशा की तरह इन बदमाशों के तार नुक्कड़ से लेकर दिल्ली तक जुड़े हुए हैं। बेदाग कुर्ती चमचमाते जेवर ये बदमाश खादों में मिटटी से लेकर नमक और रंगोली की मिलावट करते हैं।
महलों में रहने वाले और खतरनाक कारों में धूमनेवाले, संस्कारी महाठग तो रंगबिरंगी बेंगो में सिर्फ और सिर्फ मिटटी ही भरकर बेचते हैं। आप उनके खिलाफ कभी भी आवाज उठाएंगे, दिल्ली के चोरों को नहीं सुना!
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किसान भाईयो, कटौती आप कितने बड़े क्षेत्र में हुए इसका कोई फायदा नहीं हुआ। अगर आप इस फसल का निर्माण ठीक से कर पाए तो सफलता की वृद्धि अच्छी और तय होगी। लेकिन अगर आप एक हजार रुपये का खर्चा कर रहे हैं तो सिर्फ टक्के की मिटटी खेत में मिलाओगे तो फसल का ना निर्माण होगा ना फसल का लाभ होगा।
ऐसे ही क्या करे?
- वक्त से पहले परखे हुए खादों की खरीदारी करें
- हो सकता है तो उनका विश्लेषण करें
- पक्की रसीद ले
- इस्तेमाल के बाद हर बोरी में छोटे खाद रखने वाले रख-रखाव
- खाद किसी और के भरोसे ना मानकर
- खुद का फर्नीचर डिस्ट्रीब्यूशन साइट
- भेड़ चाले छोड़ दें, जितने भी खाद उपलब्ध हों उतने ही बुवाई करें
- हर साल विदेश भ्रमण करने वाले अकाउंट से खाता नहीं
- चुनाव में आपके प्रति कटिबद्ध व्यक्तिको फिर। आपकी अनसूनी करनेवाले नेताओं को झूटी के निचे राँगे।
मिलावट कैसे होती है
- यूरिया में साधारण नमक, म्यूरेट ऑफ पोटाश, एसएसपी, रॉक फास्फेट, क्लेयर मिट्टी आदि की मिलावट का अंदेशा रहता है।
- डीएपी में क्ले क्ले जिप्सम की गोलियां।
- एसएसपी, एम ऑपरेशंस में बालू एवं साधारण नमक।
- एनपीके में एसएसपी, रॉक एलाहाइड्रेट, एनपीके मिश्रण।
- दूसरे नंबर में मैग्निश्यीम नंबर।
- कॉपर कॉपर और फेरस सेकेंड में बालू व साधारण नमक
खादों की जाच करने के कुच्छ नुस्के यह दे रहे हैं।
- शुद्ध यूरिया चमकदार, लगभग समान आकार के दाने वाला, पानी में पूर्णतः घुलनशील होता है।
- शुद्ध यूरिया को पानी में घुलने-मिलने का एहसास होता है।
- गर्म चम्मच में शुद्ध यूरिया के दाने को पूरी तरह से पिघलाया जाता है और तेज करने पर कोई भी बात नहीं बचती
- थोड़े सा पानी वाले घर पर दो मिनट तक पकड़े जाते हैं, इसमें 10-15 दाने यूरिया केनिंग शामिल हैं। शुद्ध यूरिया घुलते पानी को ठंडा करेगा
- एक चम्मच यूरिया घोल में आधा मिला हुआ बेरियम क्लेरेड मिलाने पर शुद्ध यूरिया का घोल स्वच्छ होगा, यदि सफेद पाउडर बनता है तो यूरिया मिलावटी है।
- शुद्ध डी.ए.पी. के दानों का सटीक गोल नहीं होता है।
- वास्तविक डी.ए.पी. के दानों को गर्म करने पर वे फ्रैंक दोगुने आकार के हो जाते हैं।
- वास्तविक डी.ए.पी. के दाने रगने पर आसानी से नहीं फूटेंगे, मिलावटी डी.ए.पी. के दाने आसानी से टूट जाते हैं।
- पीस हुए डी.ए.पी. में मिलाकर सूंघे। शौचालय जैसा गंधक इसमें शामिल है। यदि गंध ना आए तो डी.ए.पी. मिलावटी है .
- असली सिंगल सुपर फास्फेट हवेली पर टूट गया है।
- शुद्ध सतह का पानी पूरी तरह से घुलता है, लेकिन इसका घोल यूरिया पोटाश के घोल की तरह ठंडा नहीं होता है।
- दुर्लभ के घोल में डी.ए.पी. के घोल को मिलाने पर प्युअरदह घना अव्यक्त प्रतिबिंब बन जाता है।
किसान भाइयों, लेख आपको पसंद आया होगा, ऐसी आशा करता हूँ। लेख थोडा विद्रोही है लेकिन विद्रोह से ही देश और देशवासी जिम्मेदार होंगे।
कुछ शिकायत हो तो कमेंट करे। अन्य किसान भाइयों को सचेत करने के लिए इस लेख को बेशक शेयर करें।
धन्यवाद।