
मेथी की खेती से बढ़िया मुनाफा, जानें बुवाई का समय और तरीका
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मेथी की खेती सर्दियों में की जाती है। यह एक पत्तेदार सब्जी है जिसकी हरी पत्तियों का उपयोग साग के रूप में किया जाता है। मेथी की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
मेथी की खेती का समय
मेथी की खेती नवंबर से मार्च तक की जा सकती है। यदि आप अगेती बुवाई करना चाहते हैं तो अक्टूबर में भी मेथी बोई जा सकती है।
मेथी की खेती के लिए खेत की तैयारी
मेथी की बुवाई से पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना चाहिए। खेत की दो-तीन बार गहरी जुताई करें और फिर पाटा लगा दें। खेत में 50 किलोग्राम अच्छी सड़ी गोबर की खाद और 2 किलोग्राम डीएपी प्रति बिस्वा डालें।
मेथी की बुवाई
मेथी के बीजों को छिटकाव विधि या पंक्तियों में बोया जा सकता है। छिटकाव विधि में बीजों को समान रूप से बिखेरें और फिर उन्हें हल्का-सा मिट्टी से ढक दें। पंक्तियों में बुवाई करने के लिए पंक्तियों के बीच 22 से 24 सेंटीमीटर की दूरी रखें और बीजों को 3 से 5 सेंटीमीटर की गहराई में बोएं।
मेथी की सिंचाई
मेथी की फसल में सिंचाई की आवश्यकता कम होती है। सर्दियों में 10 से 15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।
मेथी की कटाई
मेथी की हरी पत्तियों की कटाई बीज बोने के 25 से 35 दिनों के बाद की जा सकती है। बीज उत्पादन के लिए फसल की कटाई बीज पकने के बाद की जा सकती है।
मेथी की खेती से होने वाला मुनाफा
मेथी की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। हरी मेथी की कटाई के बाद 40 से 70 रुपये प्रति किलो की दर से बिकी जाती है। बीज उत्पादन से भी अच्छा मुनाफा मिलता है।
मेथी की खेती में लगने वाले रोग
मेथी की फसल में फफूंद रोग लग सकता है। इस रोग से बचने के लिए कापरआक्सीक्लोराईट का छिड़काव करें।
हमेशा पूछे जाने वाले सवाल
मेथी की खेती किस ऋतु में की जाती है?
सर्दियों में
मेथी की खेती कौन से महीने में की जाती है?
नवंबर से मार्च तक
मेथी की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?
हरी पत्तियों के लिए 25 से 35 दिन, बीज उत्पादन के लिए 120 से 140 दिन
मेथी के बीज उगने में कितने दिन लगते हैं?
5 से 7 दिन
अतिरिक्त जानकारी:
मेथी की खेती के लिए उत्तर भारत के सभी राज्य उपयुक्त हैं।
मेथी की कुछ उन्नत किस्में हैं, जैसे हिसार सुवर्णा, हिसार माधवी, कश्मीरी मेथी, आदि।
मेथी की खेती से होने वाले मुनाफे को बढ़ाने के लिए अगेती बुवाई करना चाहिए।
मेथी की फसल में लगने वाले रोगों से बचने के लिए समय पर रोकथाम उपाय करना चाहिए।
मेथी की खेती का समय
मेथी की खेती नवंबर से मार्च तक की जा सकती है। यदि आप अगेती बुवाई करना चाहते हैं तो अक्टूबर में भी मेथी बोई जा सकती है।
मेथी की खेती के लिए खेत की तैयारी
मेथी की बुवाई से पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना चाहिए। खेत की दो-तीन बार गहरी जुताई करें और फिर पाटा लगा दें। खेत में 50 किलोग्राम अच्छी सड़ी गोबर की खाद और 2 किलोग्राम डीएपी प्रति बिस्वा डालें।
मेथी की बुवाई
मेथी के बीजों को छिटकाव विधि या पंक्तियों में बोया जा सकता है। छिटकाव विधि में बीजों को समान रूप से बिखेरें और फिर उन्हें हल्का-सा मिट्टी से ढक दें। पंक्तियों में बुवाई करने के लिए पंक्तियों के बीच 22 से 24 सेंटीमीटर की दूरी रखें और बीजों को 3 से 5 सेंटीमीटर की गहराई में बोएं।
मेथी की सिंचाई
मेथी की फसल में सिंचाई की आवश्यकता कम होती है। सर्दियों में 10 से 15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।
मेथी की कटाई
मेथी की हरी पत्तियों की कटाई बीज बोने के 25 से 35 दिनों के बाद की जा सकती है। बीज उत्पादन के लिए फसल की कटाई बीज पकने के बाद की जा सकती है।
मेथी की खेती से होने वाला मुनाफा
मेथी की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। हरी मेथी की कटाई के बाद 40 से 70 रुपये प्रति किलो की दर से बिकी जाती है। बीज उत्पादन से भी अच्छा मुनाफा मिलता है।
मेथी की खेती में लगने वाले रोग
मेथी की फसल में फफूंद रोग लग सकता है। इस रोग से बचने के लिए कापरआक्सीक्लोराईट का छिड़काव करें।
हमेशा पूछे जाने वाले सवाल
मेथी की खेती किस ऋतु में की जाती है?
सर्दियों में
मेथी की खेती कौन से महीने में की जाती है?
नवंबर से मार्च तक
मेथी की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?
हरी पत्तियों के लिए 25 से 35 दिन, बीज उत्पादन के लिए 120 से 140 दिन
मेथी के बीज उगने में कितने दिन लगते हैं?
5 से 7 दिन
अतिरिक्त जानकारी:
मेथी की खेती के लिए उत्तर भारत के सभी राज्य उपयुक्त हैं।
मेथी की कुछ उन्नत किस्में हैं, जैसे हिसार सुवर्णा, हिसार माधवी, कश्मीरी मेथी, आदि।
मेथी की खेती से होने वाले मुनाफे को बढ़ाने के लिए अगेती बुवाई करना चाहिए।
मेथी की फसल में लगने वाले रोगों से बचने के लिए समय पर रोकथाम उपाय करना चाहिए।