what is triacontanol?

क्या आपको मीराक्यूलान के छिड़काव का फायदा हुआ है ?

जिसे आम भाषा में पिजीआर (प्लांट ग्रोथ रेग्युलेटर/पौध वृद्धि नियंत्रक) कहा ज्याता है,  वह एक ऐसा रसायन होता है जो पौध में ऐसे विशेष परिवर्तन करता है, जो  उपज के लिए फायदेमंद हो. या तो वह शाखाओंकी संख्या बढ़ाएगा, डंठल की वृद्धि रोखेगा, फुल खिलाएगा, फलोंकी संख्या बढ़ाएगा या फलों के परिपक्वता में परिवर्तन करेगा. 

बाजार मे अनेक उत्पादन पी जी आर के लेबल लगाकर बेचे जाते है, लेकिन इनका फसलको कोई फायदा नहीं मिलता। वैध और असरदार पिजीआर उत्पादनों की एक सूचि मे अल्फा नेपथिल एसीटिक एसिड, क्लोरमेक्वाट क्लोराइड, जिबर्लिक एसिड, ट्रायकॉनटेनॉल सक्रिय तत्वों से बने उत्पादनों का समावेश होता है. इनकी एक सूचि रिसेट एग्री डॉट इन पर इसके पहले ही प्रकाशित कियी गयी है. 

आज के इस विशेष लेख में बात करेंगे  ट्रायकॉनटेनॉल युक्त पीजीआर मिराक्युलान की... 

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ट्रायकॉनटेनॉल क्या है?

ट्रायकॉनटेनॉल को मेलिसिल/मेरिसिल अल्कोहोल नामसे पहेचाना जाता है. यह वनस्पति के पृष्टभाग तथा मधुमक्खी के वेक्स में पाया जाता है. यह एक नैसर्गिक पौध वृद्धि नियंत्रक है. इसके नाममात्र छिडकाव से पौधे का प्रकाशसंश्लेषण, प्रोटीन की निर्मिती, रसों का प्रवाह, एन्झाईम प्रकिया में इजाफा होता है. गुलाब के साथ साथ कपास, चावल, मिर्ची, टमाटर, मुंगफली तथा आलू में इसका उमदा असर देखा गया है.

मीराकुलान के डोस

ट्रायकॉनटेनॉल युक्त मिराक्युलान एक मान्यताप्राप्त पौध वृद्धि नियंत्रक है जिसका उत्पादन दुनिया की सबसे बड़ी और जानीमानी कम्पनी डाऊ ने किया है.  मिराक्युलान का प्रयोग ०.५ मिली प्रति लिटर के हिसाब से करना है.

कपास के फसल में मीराकुलान का छिडकाव ४५, ६५ और ८५ वे दिन में करना है.

  • पहेले डोस में, १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम १२-६१-०० और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे.
  • दुसरे डोस में, १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम ००-५२-३४ और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे
  • तीसरे और आखरी डोस में १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम १३-००-४५ और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे.
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धान, मिर्ची, टमाटर और मूंगफली में मीराकुलान का छिडकाव २५, ४५ और ६५ वे दिन में करना है.

  • पहेले डोस में, १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम १२-६१-०० और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे.
  • दुसरे डोस में, १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम ००-५२-३४ और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे
  • तीसरे और आखरी डोस में १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम १३-००-४५ और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे.


आलू के फसल में मिराक्युलान का छिडकाव ३० वे ४५ वे दिन करना है.

  • दोनों डोस में १५ लिटर के लिए ७.५ मिली मिराक्युलान के साथ १५० ग्राम १२-६१-०० और ५ मिली अस्पा 80 का प्रयोग करे.


उपरोक्त फसल के आलावा किसान भाई  गेहू, बेंगन, भिन्डी, करेला, प्याज, लहसुन, गाजर, चुकंदर और कसावा में भी मीराकुलान का प्रयोग कर सकते है.

क्या आपने कभी मीराकुलान का इस्तेमाल किया है? फसल का नाम, डोस और असर के बारे में कमेन्ट में अवश्य लिखे.

 आशा करते है के यह जानकारी आपको उपयोगी सिद्ध होगी. लेख पसंद आया हो तो अवश्य शेअर करे.

धन्यवाद 

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