
फोलीबियन: भारतीय फसलों की जरूरतों के अनुरूप तैयार किया गया एक घना अमीनो एसिड घोल
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फॉलिबिऑन: भारतीय फसलों की जरूरतोंके अनुरूप तैयार किया गया एक घना अमीनो एसिड घोल
फॉलिबिऑन एक उत्कृष्ट वनस्पति एवं प्राणीजन्य प्रोटीन हाइड्रोलाइज़ेट है, जिसमें अमीनो एसिड 56% से 65% तक होता है। इसके उत्पादन मे उच्च गुणवत्तावाले सामुग्री का उपयोग किया जाता है तथा कठोर गुणवत्ता नियंत्रण मानको के अधीन परीक्षणों से गुजारा जाता है।
जैसे घरों की दीवारें ईंटों से बनी होती हैं, वैसे ही पौधों में प्रोटीन और एंजाइम अमीनो एसिड से बने होते हैं। फसलों के तेज़ विकास और प्रजनन के लिए अमीनो एसिड की आवश्यकता होती है। आम तौर पर पौधे अपने स्वयं के अमीनो एसिडको संश्लेषित कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें बड़ी मात्रा में पोषक तत्वों को अवशोषित करने की आवश्यकता होती है। प्रकाश संश्लेषण में अर्जित ऊर्जा का काफी हिस्सा भी ईसीमे खर्च होता है। लेकिन कुछ अवस्थाओमे, जैसे फसल का तेजी से विकास, बीमारी, तनाव, फसले पर्याप्त अमीनो एसिड का उत्पादन नहीं कर सकती। फसल की बढत रुक जाती है और बदले में उत्पादकता भी कम हो जाती है। यहीं पर फसल को फॉलिबिऑन की जरूरत होती है. फॉलिबिऑन एक उच्च गुणवत्ता वाला, पूरी तरह से जैविक उत्पाद है। यदि इसकी आपूर्ति पत्तियों और जड़ों के माध्यम से की जाए तो फसलें तेजी से बढ़ने लगती हैं। बीमारियों और तनावपूर्ण स्थितियों से आसानी से निपटा जा सकता है।
फॉलिबिऑन फसलों के लिए निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:
फसलों में अमीनो एसिड छिड़काव के लाभ विशेष रूप से स्पष्ट हैं:
प्रसिद्ध संस्थानों के शोधकर्ताओं ने अमीनो एसिड की उपयोगिता की पुष्टि की है।
- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान: चावल की पैदावार में 12% की वृद्धि।
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय: गेहूं की पैदावार में 10% की वृद्धि और गेहूं के अनाज में प्रोटीन सामग्री में 1% की वृद्धि हुई।
- भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान: मक्का की पैदावार में 8% की वृद्धि हुई।
- केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान: कपास की पैदावार में 15% की वृद्धि, साथ ही फाइबर की लंबाई और मजबूती में 5% का सुधार।
- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान: दलहन की पैदावार में 10% की वृद्धि।
फॉलिबिऑन का उपयोग कैसे करें:
छिड़काव: प्रति लीटर पानी में 1-2 मिली फोलीबियन मिलाएं। घोल को फसल के पत्तों पर समान रूप से छिड़काव करें।
सिंचाई: एक एकड़ भूमि के लिए 150 लीटर पानी में 2-3 लीटर फोलीबियन मिलाएं। घोल को अपने सिंचाई तंत्र के माध्यम से छोड़े।
जब फसल विकास अवस्था में हो तो फोलिबियन को छिड़काव या सिचाई में अवश्य शामिल करना चाहिए। इसका उपयोग अधिकतर औषधियों, फसलवर्धक और पोषक तत्वों के साथ आसानी से किया जा सकता है।
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यदि आपने इसके पूर्व ही फॉलिबिऑन का उपयोग किया है, तो अपने लाभ साथी किसानों के साथ साझा करना सुनिश्चित करें। धन्यवाद!