
सिर्फ 30 मिली प्रति एकड़ के डोस से करे मकई का खरपतवार प्रबंधन!
Share
मकई खेती में खरपतवारसे किसान भाई परेशान हो जाते है. एकतो मजदूर नही मिलते। मिलते है तो मजदूरी बहोत ज्यादा होती है। बाजार में उपलब्ध अनेक खरपतवार उपयोग करनेपर भी खरपतवार नियंत्रण नही होता। अधिकतर खरपतवार मिलावटी या बनावटी होनेसे वो सस्ते भी मिले तो भी महेंगे साबित हो जाते है क्योंकी; या तो वो असर नहीं दिखते या तो फसल को ही पिला कर देते है। ईन बातोंसे फसल की उपज कम हो जाती है। बेकार के खरपतवार इस्तेमाल करने से निराई-गुड़ाई का खर्चा बढ़ ज्याता है।
मकई मे करीबन 13-14 खरपतवार नाशीयोकी सिफरीश कियी गयी है। जैसे ...
- Atrazine 50% WP
- 2,4-D Dimethyl Amine salt 58% SL
- 2,4-D Sodium salt Technica
- 2,4-D Ethyl Ester 38 % EC
- 2,4-D Ethyl Ester 20 % WP
- Diuron 80% WP
- Halosulfuron Methyl 75% WG
- Paraquat dichloride 24% SL
- Pyroxasulfone 85% w/w WG
- Tembotrione 34.4% SC
- Topramezone 336 g/l w/v SC
- Mesotrione 2.27% w/w + Atrazine 22.7% w/w SC
- Topramezone 10 g/l + Atrazine 300 g/l SC
ईन सारे नामों के बाबजुद, यहा हम आपको पिआय के एलिट की सिफारिश कर रहे है। इसका कारण सिर्फ कंपनी का रेपुटेशन नहीं बल्कि इस उत्पादन की खासियते है।
यह दवा "एच-पि-पि-डी" इनहिबिशन तकनीक पर आधारित एक असरदार खरपतवार नाशक है. जो भारत मे पाएजाने वाले और मकई को नुकसान करने वाले अधिकतम खरपतवारों का नाश करता है। इसके इस्तेमाल से खरपतवार फोटोसिंथेसीस नही कर पाती, पिली पडकर, सुखकर मर जाती है.
पिआय के एलिटके प्रयोग से मक्के के पौधोंपर (किसीभी प्रजाति एव किसी भी अवस्थामें) कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता.
पिआय का एलिट सभी मुख्य संकरी और चौड़ी पत्ते वाले खरपतवारोपर असरदार है. इसका उपयोग खरपतवार की २ से ५ पत्ति की अवस्थामें करना चाहिए.
पिआय के एलिट के साथ पिआय का सोलारो ५० (एट्राजीन ५० % डब्ल्यू पि) का पैकेट मुफ्त मिलता है. जो आपको एलिट के साथ में इस्तमाल करना है.
प्रयोग की विधि: एक साफ़ बाल्टी में ९.५ लिटर पानी ले. इसमें ५०० ग्राम सोलारो डालकर, अच्छेसे मिलाए. इसमें ३० मिली एलिट मिलाकर फिरसे मिलाए. यह आपका स्टॉक घोल है.
नेपसेक स्प्रे टैंक में, दो तिहाई हिस्सा साफ़ पानी डाले, एल लिटर स्टॉक घोल मिलाए. बचा हुआ पानी डालकर इसमें ३० मिली स्टीकर डाल कर फिरसे घुला दे. ऐसे १० स्प्रे, एक एकड़ के लिए पर्याप्त रहेंगे.
छिड़काव फ्लेट फैन नोजल से करे। स्टीकर को स्टॉक घोल में कभी ना मिलाए, घोल फट सकता है। छिडकाव से पहले मोसम साफ़ होने की तथा छिडकाव खत्म होने के २-३ घंटे में बारिश की सम्भावना न होने की बात सुनिश्चित करे।
सावधानिया
- सुरक्षा पत्र ध्यान से पढ़े और इसका गौर करे
- एलिट को सिर्फ ३० मिली प्रति एकड़ ही इस्तेमाल करना है. अधिक मात्रा का इस्तेमाल ना करे
- खरपतवार के २-५ पत्ती की अवस्थापर ही इस्तेमाल करे
- साथ मिले सोलेरो का इस्तेमाल अवश्य करे
- निर्देश नुसार ही घोल बनाए
- फ्लेट फैन नोजल का इस्तेमाल करे
- छिडकाव ही करना है. कोई अन्य तकनीक ना अपनाए
- इस्तेमाल होनेवाल पानी साफ़ होना चाहिए
- स्टीकर को स्टॉकघोल में कभी ना मिलाए
- स्टॉक घोल को ज्यादा समय के लिए ना रखे
- गंधा पानी प्रयोग ना करे
- मक्के के अतिरिक्त किसी और फसल में उपयोग ना करे
- बारिश की आशंका हो तो प्रयोग ना करे
- आसमान साफ ना होनेपर इसका प्रयोग ना करे
डिस्काउंट और ऑफर के लिए, यहा क्लिक करे. इस लिंक से खरीदने पर आपको यह उत्पादन सस्ता मिलता है और होम डिलीवर होता है।