Collection: मूंगफल्लीका वृद्धिनियंत्रक

इस पेज पर मुंगफल्ली में इस्तेमाल होने वाले वृधिनियंत्रकों की जानकारी दे रहे है.

जिसे आम भाषा में पिजीआर (प्लांट ग्रोथ रेग्युलेटर/पौध वृद्धि नियंत्रक) कहा ज्याता है,  वह एक ऐसा रसायन होता है जो पौध में ऐसे विशेष परिवर्तन करता है, जो  उपज के लिए फायदेमंद हो. या तो वह शाखाओंकी संख्या बढ़ाएगा, डंठल की वृद्धि रोखेगा, फुल खिलाएगा, फलोंकी संख्या बढ़ाएगा या फलों के परिपक्वता में परिवर्तन करेगा. 

 

रिसेटएग्री के कृषिलेख

 

बाजार मे अनेक उत्पादन पी जी आर के लेबल लगाकर बेचे जाते है, लेकिन इनका फसलको कोई फायदा नहीं मिलता। वैध और असरदार पिजीआर उत्पादनों की एक सूचि मे अल्फा नेपथिल एसीटिक एसिड, क्लोरमेक्वाट क्लोराइड, जिबर्लिक एसिड, ट्रायकॉनटेनॉल सक्रिय तत्वों से बने उत्पादनों का समावेश होता है. इनकी एक सूचि रिसेट एग्री डॉट इन पर इसके पहले ही प्रकाशित कियी गयी है. 

जलवायु में होनेवाले उतार चढ़ाव से मूंगफल्ली के फसल पर बुरा असर होकर उपज में कमी हो सकती है. मूंगफल्ली की उत्पादकता में चायना के किसानों की उत्पादकता हमारे उत्पादकता से करीबन दुगनी है. अगर उर्वरक, कीटनाशक, फफूंदनाशक और शाखनाशी के साथ साथ हम वृद्धिनियंत्रकोंका इस्तेमाल भी तकनिकी पद्धतीसे कर पाए तो हमारी उत्पादकता भी बढ़ सकती है. यहा उपलब्ध जानकारी के आधार अनुसार आप फसल में विविध रेग्युलेटर इस्तेमाल करे और अधिकतम उपज ले.

  • अगर आपकी फसल पर फुल और फल जड़ने के बजाय सिर्फ शाख और पत्तिया बढ़ रही है तो लिहोसिन,  लिहोगार्ड या कल्टार का छिडकाव करे.
  • अगर किसी कारणवर्ष फसल की वृद्धि में कमी हो तो होशी  या २४ केरट के छिडकाव से फसल तेजी से विकसित होकर उपज में फायदा देगी. 
  • फुल और फलों की संख्या बढ़ाने हेतु विपुल या मिराक्युलान का छिड़काव करे.
  • अगर फुल झड़ रहे हो तो प्लेनोंफिक्स का छिडकाव फायदेमंद होगा. 


मूंगफल्लीका वृद्धिनियंत्रक