
ककड़ी में नायट्रोजन की कमी कैसे करें?
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किसान भाइयों का रिसेट एग्री के इस ब्लॉग में स्वागत है। हरीभरी फसल किसे अच्छी नहीं लगती। ऐसी सफलता बढ़ने की संभावना और संभावना देखते हुए हमारा जीवन असंबद्ध बना सकता है। रिसेट एग्री की आपको इसमें मदद मिलती है।
आज के इस ब्लॉग में हम आपको कड़वा के नायट्रोजन की कमी के लक्षण बताते हैं उससे निपटने की सलाह दे रहे हैं।

ककड़ी एक चौड़ी पत्ती फल होने से नायट्रोजन को फिक्स कर सकता है। लेकिन फिर भी इसमें पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यहा प्रस्तुति फोटो में कच्छी को नट की कमी दिखने से पर दिखने वाला असर दिखाया गया है। पत्ते पीले पड़ जाते हैं। अगर इसका इलाज किया गया तो परिणाम की वृद्धि नहीं होगी।
अगर सफलता अभी शुरुआती दौर में है और आपने मिटटी में यूरिया नहीं दिया है तो, मिटटी के गुण नुसार, बेसल डोस के होश से नायट्रोजन बेशक दे.

लेकिन अगर आपने बेसल डोस के अनुसार यूरिया दिया है तो आपको सफलता पर 12-19-19 पानी सोल्युबल खाद का छिडकाव करना चाहिए।
अगर नतीजा पूरा हुआ है तो नतीजा पर 1 प्रतिशत यूरिया का छिदकाव करें। आप यह भी उपयोग कर सकते हैं।
ध्यान रहे यदि फसल को जरूरत से ज्यादा नायट्रोजन दिया गया तो चुसक झटकेको और उनके माध्यम से अनुमान वाले व्वॉयरस को बढ़ावा मिल सकता है।
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