भारत में मानसून सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अभी भी बारिश की जरूरत है
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मानसून का मौसम भारत के लिए एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि यह देश की अधिकांश वर्षा प्रदान करता है। मानसून की बारिश कृषि के लिए आवश्यक है, क्योंकि वे देश को खिलाने वाली फसलों को पानी देती है। मानसून भूजल आपूर्ति को रिचार्ज करने में भी मदद करता है, जिसका उपयोग पीने के पानी और सिंचाई के लिए किया जाता है।
केरल में मानसून का मौसम आम तौर पर जून की शुरुआत में शुरू होता है, और फिर अगले कुछ हफ्तों में उत्तर की ओर बढ़ता है। मानसून आमतौर पर जुलाई के अंत तक पूरे देश में पहुँच जाता है।
आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि इस साल मानसून दीर्घकालिक औसत का 103% रहेगा। यह किसानों और बारिश पर निर्भर अन्य लोगों के लिए अच्छी खबर है। हालाँकि, अभी भी कुछ चिंताएँ हैं कि कुछ क्षेत्रों में मानसून में देरी हो सकती है।
दक्षिणी राज्यों केरल और कर्नाटक में, मानसून पहले ही आ चुका है और कुछ भारी बारिश हुई है। इस बारिश से जलाशयों में जल स्तर में सुधार करने में मदद मिली है और यह कृषि के लिए भी फायदेमंद रही है।
उत्तरी राज्यों राजस्थान और गुजरात में अभी मानसून आना बाकी है। ये राज्य इस समय सूखे का सामना कर रहे हैं और फसल के नुकसान को रोकने के लिए जल्द ही मानसून के आने की जरूरत है।
आईएमडी मानसून की प्रगति की बारीकी से निगरानी कर रहा है, और मौसम बढ़ने पर वे अपडेट जारी करेंगे। इस बीच, किसान अच्छे मानसून की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि वे अपनी फसल लगा सकें और अच्छी फसल सुनिश्चित कर सकें।
निष्कर्ष:
मानसून का मौसम भारत के लिए एक महत्वपूर्ण समय है और यह महत्वपूर्ण है कि बारिश समय पर और सही मात्रा में हो। आईएमडी मानसून की प्रगति की बारीकी से निगरानी कर रहा है, और मौसम बढ़ने पर वे अपडेट जारी करेंगे। इस बीच, किसान अच्छे मानसून की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि वे अपनी फसल लगा सकें और अच्छी फसल सुनिश्चित कर सकें।