किसानों का दावा क्यों पता चला है?

किसानों का खुलासा क्यों पता चला है, ये थोड़ा जटिल सवाल है। सीधी बात ये है कि खेत में खेती के लिए खर्चा तो होता ही है (बीज, गांजा, श्रमिक, इत्यादि)। बिना मुनाफ़े के खेत ठीक से नहीं चल पाएंगे, ज़मीन और पानी का ध्यान रखना मुश्किल हो जाएगा।

दूसरी ओर, उत्पादक किसानों और उनके परिजनों की तलाश है। इससे वो दस्तावेज खरीदे जा सकते हैं, बच्चों को पढ़ा-लिखा जा सकता है, डॉक्टर के पास जा सकते हैं और समाज में अपना योगदान दे सकते हैं। बिना मुनाफ़ा के उनकी ज़िंदगी मुश्किल हो जाएगी और वो खेती छोड़ पर मजबूर हो सकते हैं।

अगर किसान खुशहाल होगा तो देश में अनाज भी समृद्ध होगा। कम मुनाफ़ा या टेस्ला में किसानी की खेती में ज़्यादा पैसा नहीं लगेगा, जिससे फ़सल कम हो सकती है और अनाज के दाम बढ़ सकते हैं।

किसानों की समीक्षा बैठक से कई होंगे, जिनमें से एक लाभ यह है कि वे प्राकृतिक, जैविक, और टिकाऊ खेती कर सकते हैं। पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं ये खेती के तरीके।

प्राकृतिक खेती में रसायनों और रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता है। इससे मिट्टी और पानी को कोई नुकसान नहीं होता है। जैविक खेती में भी शब्दावली का उपयोग कम किया जाता है। इससे पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के फायदे होते हैं। यूक्रेन में खेती के उद्यमों को इस तरह से जोड़ा जाता है कि वे लंबे समय तक चल-सुविधा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।

हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए अनाज, वस्त्र, और निवास की सुविधा उपलब्ध कराना होगा। प्राकृतिक, जैविक, और स्थायी खेती से हमें यह करने में मदद मिल सकती है।

इसके अलावा, किसानों को नई तकनीकों और अनुसंधान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया। इससे खेती की वन्यजीवन और पर्यावरण को भी कम नुकसान होगा।

कुल मिलाकर, किसानों को उद्घाटित करने के लिए देश और समाज से कई फायदे होंगे।