
कितना झिंक डालू? फायदा नहीं होता!
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किसान भाइयों, रिएसेट एग्री के इस लेख में आपका स्वागत है. किसानों के साथ उनके खेतों में परिक्षण करते समय कई किसानों ने बताया के उन्हें झिंक सल्फेट के रिझल्ट नही आते. पहेले प्रति एकड़ ५ किलो झिंक सल्फेट मिलाने से; पूरा खेत हरा भरा हो जाता था. उपज भी अच्छी आती थी.
एमेजोन पर जिंक सल्फेट मोनोहायड्रेट पर भारी छुट है!
लेकिन अभी ऐसा नही होता! इसका हल देना बाहोत ही आसान है, अगर हम आप को झिंक सल्फेट का डोस दुगना या तिगुना बताए. या कुछ महंगे झिंक उर्वरकों के सिर्फ नाम बता दे. आज के लिए समस्या हल हो सकती है. इसका एक नुकसान होगा....फसलों की समसयाओंका हल जानने के लिए आप हमेशा किसी बाजारू एक्सपर्ट पर निर्भर रहेंगे. आपको इस लेख को पूरा पढने का कष्ट उठाना पड़ेगा.
जिंक सोल्युबीलाईझींग जीवाणु खाद पर ५५ प्रतिशत तक छुट!
सालोंसे हम लोग डीएपि जैसी खादों का इस्तेमाल कर रहे है. १०० किलो डीएपि में १८ किलो नत्र और ४६ किलो फोस्फेट होता है.
उपयोग में ना आनेवाला नत्र या तो भाप बनकर उड़ जाता है या पानी के साथ मिटटी के अंदरूनी परतों में बहे जाता है.
फोस्पेट के साथ ऐसा नही होता. फोस्पेट मिटटी में जम जाते है. आज कल की मिटटी में ऑर्गेनिक कार्बन ०.१ प्रतिशत के आसपास होता है, तो वह सूक्ष्मजीव नही होते जो फोस्पेट को इस्तेमाल कर पाए या मिटटी में घुला पाए.
झिंक, लोह, मेंग्निज और तांबा इन सूक्ष्मअन्नद्रव्यों की फसलों को जरुरुत होती है. लेकिन मिटटी में जमा फोस्फेट इन महत्व पूर्ण पोषक तत्वों को जकड़कर रखता है. पि एस बी जीवाणु खाद और जिंक जीवाणु खाद के इस्तेमाल से आप फोस्पेट को घुला सकते है और आपके खड़ी फसल में इसका लाभ हो जाएगा. लेकिन लम्बी अंतराल के लिए "पि एस बी" उतना असरदार नही होगा. आप कितने बार इसे देंगे? मिटटी में दबा यह फोस्फेट आपके लिए अब समस्या बन बैठा है. अगर आप आनेवाले सालों मेंभी मिटटी को जोतना चाहते है, उससे उपज लेना चाहते हो, तो मिटटी का ऑर्गेनिक कार्बन १० प्रतिशत बनाने का मन बना ले. रिसेट एग्री के पुराने लेख में आपको इस का तरीका दिया गया है. उसे पढने हेतु यहा क्लिक करे.
मिटटी का ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ाने की प्रकिया ५ से ६ साल तक चलेगी. लेकिन तब तक फसल को झिंक देने के लिए आपको आधुनिक और उच्च मूल्य के झिंक उर्वरकों का इस्तेमाल करना होगा.
जिंक इडीटीए: इस उर्वरक में झिंक सल्फेट को इडीटीए नामक रसायन के घोल में मिलाया जाता है. इस घोल का पिएच विशिष्ट तरीके से एडजस्ट करते हुए स्प्रे ड्राय (मिल्क पावडर बनाने के तरह) किया जाता है. स्प्रे ड्राय करने से इसकी एकरूप पावडर मिलती है. इसमें जिंक की मात्रा १२ प्रतिशत होती है. प्रति एकड़ ५०० ग्राम जिंक इडीटीए पावडर के इस्तेमाल से आपको उमदा रिजल्ट मिलेगा. इसका उपयोग आप ५ ग्राम प्रति १५ लिटर के औसत से करते हुए छिडकाव भी कर सकते है. इसमें समावेषित इडीटीए रसायन झिंक को मिटटी में बसे फोस्फेट से मिलने नही देता. झींक ईडीटीए के ऑनलाइन खरीद पर ३५ प्रतिशत तक छूट, कैश बैक, नों कोस्ट ईएमआय, पार्टनर ऑफर और बैंक ऑफर जैसे सुविधाओं का लाभ लेने के यहा क्लिक करे.
किसान भाइयों हमारे देश की सरकारों को चुनाव रेलियोसे फुर्सत नही और सरकारी अफसर अपने शानोंशोकत में डूबे हुए है. इन लोगों से हमे कोई उम्मीद नही करनी चाहिए. इनके तलवे चाटने वाली कंपनिया मिलावटी, बनावटी और नकली उत्पादन बेचने में व्यस्त है. कई कृषि निविष्टा वितरक, कम्पनीयो के इस भ्रष्टाचार में उनके साथीदार बने बैठे है. अपने उचे मकान, विदेश यात्राए, रंगरलिया इनमे मस्तीसे रहने वाले इन लोगों के भरोसे आप नही चल सकते. बाजर में मिलने वाला जिंक सल्फेट या जिंक इडीटीए असली हो यह जरूरी नहीं. रंगबेरंगी पेकींग में साधारणसा नमक डालकर आपके अखो में धुल झोकी जाती है. इसीलिए उत्पादन खरीदते समय आप पक्का बिल ले और इस्तेमाल के बाद थोडा उर्वरक ओरिजिनल पैकिंग में बचाकर रखे. रिजल्ट ना मिलने पर शिकायत करने हेतु आप इसका इस्तेमाल कर सकते है.
जिंक एससी: इस उर्वरक में (यारा व्हिटाझिन ट्रेक ७००) जिंक ऑक्साइड के महीन (बेहद पतला) पावडर को पानी में घोला जाता है. इसमें कुछ रसायन मिलाकर फ्लोएबल रखा जाता है. इसमें ३९.५ प्रतिशत जिंक होता है और इसका २५० मिली प्रति एकड़ का डोस उमदा रिझल्ट दिखाता है. छिडकाव के लिए १ या २ मिली प्रति लिटर के औसत से इस्तेमाल कर सकते है.
क्योंकि यह एक एस सी (सस्पेंडेड कोंसंट्रेट) है इसकी बोतल खोलने से पहले इसे ५-१० मिनिट तक हिलाए. पानी में मिलाने के बाद भी अच्छे से घोले और मिलाते हुए ही इस्तेमाल करे. इसमें दूसरी दवा ना मिलाए तो बेहतर होगा. एमेझोंन पर फेसपैक में इस्तेमाल होने वाला कोस्मेटिक झिंक ऑक्साईड भी आप इस्तेमाल कर सकते हो. इसके लिए आधा लिटर पानी में २५० ग्राम पावडर मिलाए. मिलाने के लिए आप घरेलू मिक्सर का इस्तेमाल कर सकते है. इसके इस्तेमाल करते समय स्प्रे टेंक में अस्पा ८० का इस्तेमाल अवश्य करे.
सल्फर झिंक फोर्म्युला: टेक्नो जिंक नामसे एक उमदा उर्वरक एमेजोंन पर उपलब्ध है. इसमें ६७ प्रतिशत सल्फर और १४ प्रतिशत जिंक है. यह एक सबसे उमदा विकल्प है. इसमें जिंक और सल्फर दोनों ही एकदम महीन रूप में पीसकर मिलाए गये है. प्रति एकड़ ४ किलो के औसत से २०० लिटर पानी में मिलाकर ड्रिप से भी छोड़ा जा सकता है. इसमें बसा सल्फर जडो के क्षेत्र में पहुचते ही सल्फेट बनाते हुए साथ आए जिंक से प्रक्रिया करता है और झिंक सल्फेट के स्वरूप में फसल को प्राप्त होता है.
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