Collection: Herbicides

फसल कोईभी हो, उसे अच्छी बढ़वार मिले, सारे पोषक तत्व मिले, उसपर किट-फफूंद-व्हायरस ना फैले, उसपर जलवायु परिवर्तन का असर कम से कम हो, इसलिए किसान हजारों कोशिशे करता है। इस हर कोशिश का फायदा उठाने का काम खरपतवार भी करती है। पोषण चुराती है, तेजी से बढ़ती है और जल्द ही बीज बनाकर और फैलने की तैयारी कर लेती है। फसल की एक जनरेशन बनने से पहले खरपतवार २-३ जनरेशन बढ़ाकर, चक्रवृद्धि कर खेतों पर कब्जा करती है। 

खरपतवार को बढ़ने से रोखा नहीं गया तो करीबन सभी फसलों के उपज मे ३०-३५ प्रतिशत नुकसान के अलावा, खरपतवार किट-रोगों को पनाह देकर फसल का औरभी गंभीर नुकसान करता है। 

इसीलिए किसान भाइयों को खरपतवारों के प्रति सजग रहेना चाहिए. जो भी वक्त खाली मिले, इनको अपने फसलों से नहीं, खेतों से बाहर निकालने के उद्दिष्ट से, काम करना चाहिए।  

  • स्प्रेयर का व्यास सावधानी से नापें
  • दवा के डोस का हिसाब ठीक से जान ले
  • मात्रा नुसार ही छिडकाव करे, ना कम ना ज्यादा
  • इस्तेमाल के वक्त ही पानी में मिलाए, मिलाने के आधे घंटे में छिडकाव करे
  • फ्लैट फैन नोजल का इस्तेमाल करें
  • गैर चयनित/अविशेष  शाकनाशियों को छिडकते समय नोजल पर शील्ड लगाए
  • हर साल, पिछले साल से अलग सक्रीय तत्व का प्रयोग करे
  • शाकनाशी अलग से स्टोअर करे. उर्वरक, प्लांट टोनिक और कीटनाशक के साथ ना रखे
  • बच्चों के पहुच से दूर, सुखी और ठंडी जगह लेकिन हवादार जगह पर रखे
  • तेज हवा में छिडकाव ना करे
  • बारिश की संभावना हो तो छिडकाव ना करे
  • मिश्रित फसलोंमें छिडकाव करते समय शाखनाशी का चयन अभ्यास करके करे. 
  • खरपतवारोंको रेत, खाद या मिटटी में मिलाकर ना दे
  • हवा के विपरीत दिशा में छिड़काव ना करे 
  • रक्षात्मक वस्त्र गम बूट, दस्ताने, धूप का चश्मा, मास्क आदि का इस्तेमाल करें
  • खाली डिब्बे को या तो जमीन में दबा दें या जला दें
  • हाथ तथा अन्य अंगों को साबुनसे अच्छी तरह से धोए 
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