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सीजेंटा का कलटार मतलब मनचाही उपज !

सीजेंटा का कलटार मतलब मनचाही उपज !

किसान भाइयों और बहनों,

क्या आप अपनी फसलों से अधिक उपज और बेहतर गुणवत्ता चाहते हैं? क्या आप फसलों के विकास पर अधिक नियंत्रण चाहते हैं? तो कल्टार आपके लिए ही बना है!

कल्टार क्या है?

कल्टार एक विशेष फाइटोरेगुलेटर है, जिसमें पैक्लोबुट्राजोल होता है। यह पौधों के हार्मोन को संतुलित करके, अनावश्यक शाखाओं के विकास को रोकता है और फूलों, फलों की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करता है।

कल्टार के फायदे:

  • फलों की पैदावार बढ़ाए: कल्टार फूलों को जल्दी आने में मदद करता है और फलों की संख्या बढ़ाता है, जिससे आपकी उपज में बढ़ोतरी होती है।
  • फलों की गुणवत्ता सुधारे: कल्टार से फलों का आकार, रंग और स्वाद बेहतर होता है, जिससे आपको बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं।
  • पौधों को मजबूत बनाए: कल्टार पौधों को ठंड, कीट और रोगों से लड़ने की ताकत देता है, जिससे आपकी फसल सुरक्षित रहती है।
  • छंटाई की जरूरत कम करे: कल्टार से पौधों की अनावश्यक शाखाएं नहीं बढ़तीं, जिससे आपको छंटाई में कम मेहनत करनी पड़ती है।

कल्टार का उपयोग:

आम, प्याज, लहसुन, आलू, मूंगफली और गाजर जैसी कई फसलों पर कल्टार का इस्तेमाल किया जा सकता है।

कल्टार कहाँ से खरीदें:

कल्टार को अमेज़न पर विशेष छूट, आसान ईएमआई विकल्पों और त्योहारों के खास ऑफर के साथ खरीदें। अमेज़न प्राइम मेंबर को मुफ्त और तेज़ डिलीवरी का लाभ भी मिलेगा।

आज ही कल्टार खरीदें और अपनी फसल को बेहतर बनाएं!

कल्टार में पेक्लोब्यूट्राझोल नामक सक्रिय घटक होता है जो पौधे पर अधिक फल या बिज बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके छिडकाव से पौधों की शाखीय वृद्धि रूकती है और उसे फुल जड़ने लगते है. पत्तियों में अधिक मात्रा में प्रकाशसंशलेष्ण होने लगता है. पत्ते झड़ना बंद हो जाते है. जड़े मजबूत बनती है.

कल्टार के इस्तेमालसे फुल जल्दी और अधिक मात्रा में जड़ते है. फलों का आकार और रंग भी आकर्षक होते है.

आम के वृक्षों को अधिक फल लगने हेतु कल्टार ५ लिटर साफ़ पानी में मिलाकर जड़ो के क्षेत्र में छोड़े

  • ७ से १५ वर्ष पुराने वृक्षोंके लिए १५ मिली
  • १६ से २५ वर्ष पुराने वृक्षोंके लिए २० मिली
  • २६ वर्ष से अधिक पुराने वृक्षोंके लिए ३० मिली

यह प्रयोग फूल आने से तीन माह पहले किया जाता है और प्रयोग के बाद दो सिंचाई की आवश्यकता हो सकती है

फुल आने से एक महीना पहले सिचाईं ना करे

  • अनार में ३ मिली कल्टार ५ लिटर साफ़ पानी में मिलाकर छोड़े
  • सेब में १० मिली कल्टार ५ लिटर साफ़ पानी में मिलाकर छोड़े
  • कपास में फुल और बोल्स की संख्या बढाने हेतु ४.५ मिली प्रति १५ लिटर के औसत से छिडकाव करे
  • अरहर, मूंगफली, आलू, प्याज और लहसुन में फुल लगते समय ३.५ मिली प्रति १५ लिटर के औसत से छिडकाव करे


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